सन् 1946 में प्रथम इलेक्ट्रानिक डिवाईस Vacuum Tube युक्त एनियक कम्प्यूटर की शुरुआत ने कम्प्यूटर के विकास को एक आधार प्रदान किया । कम्प्यूटर के विकास के इस क्रम में कई महत्त्वपूर्ण डिवाईसेज की सहायता से कम्प्यूटर ने आज तक की यात्रा तय की । इस विकास के क्रम को हम कम्प्यूटर में हुए मुख्य परिवर्तन के आधार निम्नलिखित पाँच पीढ़ियों में बाँटते हैः-
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Vacuum Tube |
(क) प्रथम पीढ़ी (First Generation) - सन् 1946 में एकर्ट और मुचली के एनिएक (ENIAC) नामक कम्प्यूटर के निर्माण से कम्प्यूटर की प्रथम पीढ़ी प्रारम्भ हो गया । इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में Vacuum Tube का प्रयोग किया जाता था जिसका आविष्कार सन् 1904 में किया गया । इस पीढ़ी में ENIAC के आलावा और भी कई अन्य कम्प्यूटरों का निर्माण हुआ जिसके नाम एडसैक, एडवैक, यूनिवेक, एवं यूनिवैक-1 ।
प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों के निम्नलिखित मुख्य लक्षण थेः-
(1) Vacuum Tube का प्रयोग ।
(2) पंचकार्ड पर आधारित ।
(3) Storage के लिए Magnetic Drum का प्रयोग ।
(4) बहुत ही नाजुक और कम विश्वनीय ।
(5) बहुत सारे Air Condenser का प्रयोग ।
(6) Machine Language तथा Assembly Language में प्रोग्रामिंग ।
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The Univac 1 Computer |
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ENIAC |
(ख) द्वितीय पीढ़ी (Second Generation) - कम्प्यूटरों की द्वितीय पीढ़ी की शुआत कम्प्यूटरों में ट्रांजिस्टर का उपयोग किये जाने से हुई । William Shockley ने ट्रांजिस्टर का आविष्कार सन् 1947 में किया था । जिसका उपयोग द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों में Vacuum Tube के स्थान पर किया जाने लगा । ट्रांजिस्टर के उपयोग ने कम्प्यूटरों को Vacuum Tube से अपेक्षाकृत अधिक गति एवं विश्वनीयता प्रदान की ।
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IBM 1401 |
द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों के निम्नलिखित मुख्य लक्षण थेः-
(1) Vacuum Tube के बदले ट्रॉजिस्टर का उपयोग ।
(2) अपेक्षाकृत छोटे एवं ऊर्जा की कम खपत ।
(3) अधिक तेज एवं विश्वसनीय ।
(4) प्रथम पीढ़ी की अपेक्षा कम खर्चीले ।
(5) COBOL एवं FORTRAN जैसी उच्चस्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं का विकास ।
(6) Storage Device, Printer एवं Operating System का प्रयोग ।
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Transistor |
(ग) तृतीय पीढ़ी (Third Generation) -कम्प्यूटरों की तृतीय पीढ़ी की शुरुआत सन् 1964 में हुई । इस पीढ़ी ने कम्प्यूटरों को I.C. (Integrated Circuit) प्रदान किया । Integrated Circuit का आविष्कार टेक्सास इन्स्टूमेन्ट कंपनी के एक इंजीनियर Jack Kelby ने किया था । इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में ICL 2903, ICL 1900, UNIAC 1108 प्रमुख थे ।
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Integrated Circuit |
तृतीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों के निम्नलिखित मुख्य लक्षण थेः-
(1) Integrated Circuit का प्रयोग ।
(2) प्रथम एवं द्वितीय पीढ़ी की अपेक्षा आकार एवं वजन बहुत कम ।
(3) अधिक विश्वनीय ।
(4) पोर्टेबल एवं आसान रख-रखाव ।
(5) उच्चस्तरीय भाषाओं का बड़े पैमाने पर प्रयोग ।
(घ) चतुर्थ पीढ़ी (Forth Generation) - सन् 1971 से सन् 2000 तक के कम्प्यूटरों को चतुर्थ पीढ़ी के कम्प्यूटरों को श्रेणी में रखा गया है । इस पीढ़ी में Integrated Circuit को अधिक विकसित किया गया है । जिसे Very Large Scale Integrated Circuit कहा जाता है । ALTAIR 8800 सबसे पहला माईक्रो कम्प्यूटर जिसे मिट्स नामक कंपनी ने बनाया था । इसी कम्प्यूटर पर Bill Gates ने Basic Language को स्थापित किया था । इस सफल प्रयास के बाद बिल गेट्स ने माईक्रोसॉफ्ट कंपनी की स्थापना की, जो दुनिया में सॉफ्टवेयर की सबसे बड़ी कंपनी है । इसी पीढ़ी में Macintosh ने Apple Computer और Mac OS को बाजार में उतारा ।
चतुर्थ पीढ़ी के कम्प्यूटरों के निम्नलिखित मुख्य लक्षण थेः-
(1) Very Large Scale Integrated Circuit तकनीकी का प्रयोग किया गया ।
(2) आकार में काफी छोटा ।
(3) साधारण आदमी की क्रय क्षमता के अन्दर ।
(4) अधिक प्रभावशाली, विश्वनीय एवं गतिशील कम्प्यूटरों का प्रयोग ।
(5) अधिक मेमोरी क्षमता ।
(6) कम्प्यूटरों के विभिन्न नेटर्वक का विकास ।
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Bill Gates
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(ड) पंचम पीढ़ी (Fifth Generation) - कम्प्यूटरों की पाँचवी पीढ़ी में वर्तमान के शक्तिशाली एवं उच्च कम्प्यूटरों को शामिल किया गया है । इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में कम्प्यूटर वैज्ञानिक कृत्रिम बुद्दिमता (Artificial intelligence) को शामिल करने की कोशिश जारी है । आज के कम्प्यूटर इतना शक्तिशाली है कि वे हर क्षेत्र जैसे कि Accounting, Engineering, Medical, Building Structure, Space, And Education आदि में उपयोग किये जा रहे है । Intel Corporation ने आज के पीढ़ी के कम्प्यूटरों के लिए नये-नये प्रोसेसरों की आविष्कार किये जा रहे है जिससे पहले के कम्प्यूटर की तुलना में आज के कम्प्यूटर बहुत तेज और शक्तिशाली हो गये है । Intel Corporation के नये processor का नाम Pentium Series, Dual Core, Core i3-i5-i7, titanium आदि है । इस पीढ़ी में नये-नये गैजेटों का आविष्कार हुआ है जैसे कि Mobile, Tablet, Smart phone, Laptop, and Touch Device आदि । नये Integrated Circuit, जैसे Very Large Scale Integrated Circuit का विकसित रुप Ultra Very Large Scale Integrated Circuit है ।
पंचम पीढ़ी के कम्प्यूटरों के निम्नलिखित मुख्य लक्षण थेः-
(1) इस पीढ़ी में प्रयोगकर्ता की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कम्प्यूटर की आकार, सरंचना और क्षमता को निधार्रित किया गया है । आज विभिन्न मॉडलों जैसे - Desktop, Laptop, Palmtop आदि में कम्प्यूटर उपलब्ध है ।
(2) इन्टरनेट - यह कम्प्यूटर का एक अंतराष्ट्रीय नेटर्वक है । दुनिया-भऱ के कम्प्यूटर नेटवर्क इन्टरनेट से जुड़े होते है और इस तरह हम कही से भी, घर बैठे- अपने स्वास्थ्य, चिकित्सा, विज्ञान, कला एवं संस्कृति आदि लगभग सभी विषयों पर विविध सामाग्री इन्टरनेट पर प्राप्त कर सकते है ।
(3) मल्टीमीडिया में संगीत, चलचित्र, टेलीविजन आदि क्षेत्र में कम्प्यूटरों का बहुत उपयोग होने लगा है ।
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